मुझसे करो बातें
जो हो बारीक, महीन
तुम्हारे बालों की तरह !
बुन दो जाल
आसान सा,
और मैं
सुलझा लू सुबह होने तक
फिर सो जाऊ
तुम्हारा सवेरे वाला
चेहरा देखकर
जो हो बारीक, महीन
तुम्हारे बालों की तरह !
बुन दो जाल
आसान सा,
और मैं
सुलझा लू सुबह होने तक
फिर सो जाऊ
तुम्हारा सवेरे वाला
चेहरा देखकर
No comments:
Post a Comment